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बुक रिव्यू: ‘I Don’t Want To Wash My Hands’ लेखक-टोनी रॉस
बनेगा स्वस्थ इंडिया आपके लिए जरूरी विषयों पर किताबें लेकर आता है. इस हफ्ते के रिकमंडेशन के लिए, हमारे पास है “I don’t want to wash my hands!”
नई दिल्ली: हाथ धोना सबसे बुनियादी एक्टिविटी है. फिर भी हमें बच्चों में ये आदत डालने के लिए किताबों की और उन्हें समझाने की जरूरत पड़ती है. ऐसी ही एक किताब जिसे हमने इस हफ्ते चुना है वह है “I Don’t Want To Wash My Hands!” जिसे टोनी रॉस ने लिखा है. यह हाथ धोने के सामान्य काम को एक एक्साइटिंग एडवेंचर वाले काम में बदल देती है. ये किताब एक नन्ही राजकुमारी पर आधारित है, जो कई दूसरे बच्चों की तरह हाथ धोने की अहमियत नहीं समझती है.
हाथ धोने के जरूरी संदेश के साथ ही हंसी-मजाक के साथ कहानी आगे बढ़ती है. इस किताब में छोटी राजकुमारी कई स्थितियों से गुजरती है जहां वह हाथ धोने की अहमियत को समझती है, खासकर बाहर खेलने या बाथरूम जाने जैसी एक्टिविटी के बाद.
यह किताब सुंदर चित्रों से सजी हुई है, जिसमें राजकुमारी को कभी इसलिए टोका जाता है कि खाने से पहले हाथ धो, तो कभी उसे खेलते हुए गंदा होते दिखाया गया है. बच्चे इस किताब को पढ़ते हुए खुद को उसकी जगह महसूस कर सकते हैं. यह किताब न केवल मनोरंजक है, बल्कि यह बच्चों को एक जरूरी संदेश देने का काम भी करती है. यह बच्चों को हाथ साफ रखने के महत्व को इस तरह से सिखाती है कि वे इस किताब को पढ़ते हुए खुश होंगे और साथ ही ये अच्छी आदत भी सीख लेंगे.
कुल मिलाकर “I Don’t Want To Wash My Hands” एक मजेदार और इंटरेक्टिव कहानी है जो हमारे यंग रीडर्स पर अपनी एक गहरी छाप छोड़ेगी.
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