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न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर 180 देशों के लोगों के साथ आयोजन का नेतृत्व करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी

जानें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम, महत्व और भारत में इस दिन कैसे आयोजन होने जा रहे हैं

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस के नौवें वार्षिक समारोह का नेतृत्व करेंगे

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, “योग मन और शरीर को एकाकार करता है; विचार और कर्म को; संयम और तृप्ति को; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य पैदा करता है; स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए एक शुद्ध दृष्टि योग है. इसका मतलब सिर्फ व्यायाम करना नहीं है बल्कि अपने, दुनिया के और प्रकृति के भीतर एकात्मकता को खोजने की समझ हासिल करना है.”

इस साल, पहली बार, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर होने वाले नौवें वार्षिक समारोह की अगुवाई करेंगे.

यहां आप देख सकते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में क्या कुछ जानने लायक है और कैसे भारत इस उत्सव की तैयारी कर रहा है :

21 जून को क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में अपने पहले भाषण में सितंबर 2014 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये जाने का विचार और प्रस्ताव पहली बार रखा था. उन्होंने इसे प्राचीन भारतीय परंपरा की मानवता को अनमोल देन बताया था. उसी साल, दिसंबर यूएन में सम्मिलित सभी 193 देशों ने एकमत से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाये जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया था. दुनिया भर में लोग अपनी जीवन शैली में बेहतर तरीके अपनाएं और अच्छी सेहत को बढ़ावा दें, इस लिहाज़ से इस दिन को महत्वपूर्ण माना गया. नतीजा यह हुआ कि अगले साल 21 जून 2015 को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया और तबसे यह सिलसिला निर्बाध चल रहा है.

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम

हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक खास थीम के तहत मनाया जाता है. आयुष मंत्रालय के मुताबिक पहले वर्ष में, यह दिन ‘शांति और समरसता के लिए योग’ थीम के साथ रेखांकित किया गया. बताया जाता है कि 2015 में इस आयोजन ने दो गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाये थे. पहला एक ही जगह पर एक साथ 35,985 लोगों ने योग किया और दूसरा सबसे ज़्यादा देशों के लोग एक ही योग आयोजन में शरीक हुए.

इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के लिए ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ थीम चुनी गयी है, जिसका मंत्र है ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’.

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्राथमिक उद्देश्य यह है कि योग की प्राचीन भारतीय पद्धति के बारे में जागरूकता लाई जाए और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए लोगों को नियमित रूप से योग करने के बारे में प्रेरित किया जाये.

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के बड़े आयोजन की तैयारियां

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के बड़े आयोजन की तैयारियां इस तरह हैं कि न्यूयॉर्क में 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले आयोजन में 180 से ज्यादा देशों के लोग भाग लेंगे. कहा गया है कि योग दिवस 2023 के इस समारोह में राजनयिक, कलाकार, अकादमिक और उद्यम सहित कई क्षेत्रों के लोग हिस्सा लेने वाले हैं.

केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लोगों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है और भारत में होने वाले आयोजनों में इस साल कम से कम 25 करोड़ लोग हिस्सा लेने वाले हैं. इस साल जबकि योग दिवस के अंतर्राष्ट्रीय उत्सव का नेतृत्व पीएम मोदी न्यूयॉर्क में करेंगे, वहीं राष्ट्रीय समारोह उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अगुवाई में मध्य प्रदेश के जबलपुर में होगा. यह वही भूमि है, जहां से पीएम मोदी ने 2014 में प्रस्ताव रखा था कि यूएन 21 जून को हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाये.

 

सरकार के मुताबिक, इस साल कई विशेष कार्यक्रम होने जा रहे हैं. ‘ओशन रिंग ऑफ योग’ कार्यक्रम के तहत भारतीय नौसेना के जहाज दुनिया के नौ प्रमुख बंदरगाहों के इर्द गिर्द खड़े होंगे. यह दिन उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर भी मनाया जाएगा. आर्कटिक और अंटार्कटिका स्थित भारतीय रिसर्च बेसों पर अर्थ साइन्सेज़ मंत्रालय के सामंजस्य से ये कार्यक्रम होंगे.

‘योग भारतमाला’ कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना के साथ ही आईटीबीपी, बीएसएफ और बीआरओ एक साथ शृंखला के रूप में योग का प्रदर्शन करेंगे. ‘योग सागरमाला’ के अंतर्गत भारतीय तटीय सीमा पर योग किया जाएगा और यही नहीं, आईएनएस विक्रांत के फ्लाइट डेक पर भी योग किया जाने वाला है.

इतना ही नहीं, इस समारोह को और भव्य बनाने के लिए प्रधान मंत्री सभी ग्राम प्रधानों को लिख चुके हैं और अपील कर चुके हैं कि वे अपने नज़दीकी आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य व कल्याण केंद्रों और स्कूलों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन करें. इस आयोजन में करीब दो लाख सेवा केंद्रों, आयुष स्वास्थ्य व कल्याण केंद्रों की भागीदारी होगी.

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