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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023: राष्ट्रपति ने सभी से दैनिक जीवन में योग अपनाने का किया आग्रह
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि योग हमारी सभ्यता की महान उपलब्धियों में से एक है और यह दुनिया को भारत का एक महान उपहार है
नई दिल्ली: दुनिया आज 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही है, जिसकी थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ है. योग दिवस समारोह में शामिल होकर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह राष्ट्रपति भवन में योग किया. राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और योग की प्राचीन कला का अभ्यास करते हुए अपनी तस्वीरें साझा कीं. राष्ट्रपति भवन में योगाभ्यास की तस्वीरों को कैप्शन देते हुए उन्होंने लिखा,
योग हमारी सभ्यता की महान उपलब्धियों में से एक है, और शेष विश्व के लिए भारत का महान उपहार है.
योग के लाभों को साझा करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा,
योग शरीर और मन को एक साथ लाता है और यह जीवन के लिए एक समग्रता भरा दृष्टिकोण है. योग हम सभी को अपने आसपास बढ़ती चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना करने में समर्थ बनाने में मदद करता है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी से अपने दैनिक जीवन में योग को अपनाने और इसकी परिवर्तनकारी शक्ति का अनुभव करने का आग्रह किया.
Greetings to all on the International Day of Yoga!
Yoga is one of our civilisation’s great accomplishments, and India’s great gift to the rest of the world.
Yoga brings together the body and the mind and it is a holistic approach to life. Yoga helps us all to be in a better… pic.twitter.com/feErLcnq5h
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 21, 2023
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विश्व को भारत की देन है. पीएम मोदी ने सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना के लिए मसौदा प्रस्ताव पेश किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र के उद्घाटन के दौरान 2014 में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था,
योग हमारी प्राचीन परंपरा की अमूल्य देन है. योग मन और शरीर, विचार और क्रिया की एकता का प्रतीक है . यह एक ऐसा एक समग्र दृष्टिकोण है, जो हमारे स्वास्थ्य और हमारी भलाई के लिए महत्वपूर्ण है. योग केवल व्यायाम नहीं है, यह दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना को खोजने का एक तरीका है.
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) योग को भारत में उत्पन्न एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास के रूप में वर्णित करता है. ‘योग’ शब्द संस्कृत से निकला है और इसका अर्थ है जुड़ना या एकजुट होना. यह शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक है. योग आज यह दुनिया भर में विभिन्न रूपों में प्रचलित है और लोकप्रियता लगातार बढ़ती ही जा रही है.