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12 घंटे का #SwasthyaMantra टेलीथॉन : बनेगा स्वस्थ इंडिया अभियान के एम्बैसेडर अमिताभ बच्चन ने तय किया सातवें सीजन का एजेंडा
कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार की आवश्यकता के महत्व पर ज़ोर देते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा कि हम सभी को हरसंभव कोशिश करनी है कि अपने आप को और दूसरे लोगों को भी कोरोनावायरस की चपेट में आने से दूर रखें
नई दिल्ली: बॉलीवुड मेगास्टार और ‘NDTV-डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान के एम्बैसेडर अमिताभ बच्चन ने 12 घंटे के #SwasthyaMantra टेलीथॉन अभियान के सातवें सीज़न की लॉन्चिंग का एजेंडा तय करते हुए कहा है, “इस साल अच्छा स्वास्थ्य हमारी उच्च प्राथमिकता है… आज के परिवेश में हम सभी कोरोनावायरस महामारी से घिरे हुए हैं… ऐसे में हम सभी को हरसंभव कोशिश करनी है कि अपने आप को और दूसरे लोगों को भी कोरोनावायरस की चपेट में आने से दूर रखें… पूरी दुनिया कोरोनोवायरस के खिलाफ युद्ध लड़ रही है, लेकिन हमें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास बेहतरीन डॉक्टर और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं हैं… हमारे सामने चुनौती यह है कि हम हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे उपलब्ध करा सकते हैं…?”
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कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार की आवश्यकता के महत्व पर ज़ोर देते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा,
हमें इस महामारी से अकेले नहीं लड़ना है… हम इससे अकेले लड़ भी नहीं सकते…! पूरे समुदाय को इसके लिए आगे आना होगा और इस बीमारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा… हमें अपने आसपास स्वच्छता के महत्व को समझना होगा… हमें यह समझना होगा कि अगर हम आस-पड़ोस में अच्छी स्वच्छता बनाए रखते हैं, तभी हम स्वस्थ रहेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे…
अभियान के पिछले छह साल के सफर, जिसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ रखना है, को याद करते हुए बच्चन ने कहा,
पिछले छह वर्षों से आप इस यात्रा में मेरे साथ हैं और मैं आप सभी से हमारे देश को स्वच्छ, हरा-भरा और स्वस्थ रखने का आग्रह करता रहा हूं…
उन्होंने कहा कि छह साल के इस अभियान में बहुत कुछ किया गया और हासिल किया गया है. अमिताभ बच्चन ने कहा,
2014 में अभियान के पहले चरण में, NDTV-डेटॉल ने ‘स्वच्छ एक्सप्रेस’ बस शुरू की थी, जिसने भारत के सात राज्यों के 350 गांवों तक सफलतापूर्वक यात्रा कर मील का एक पत्थर गाड़ा… इस दौरान ‘स्वच्छ एक्सप्रेस’ ने लोगों को स्वच्छता और शौचालय के महत्व पर शिक्षित व जागरूक किया एवं लोगों को उचित तरीके से हाथ धोने की तकनीक सिखाई…
उन्होंने कहा,
हमने स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘स्वच्छ एक्सप्रेस’ शुरू की थी… हमने 281 करोड़ रुपये भी इकट्ठे किए और उनका उपयोग पूरे भारत में शौचालयों के निर्माण और रखरखाव में किया गया…
दूसरे साल में ‘स्वच्छ एक्सप्रेस’ की जगह ‘स्वच्छता की पाठशाला’ या कहें कि स्वच्छता पर कक्षाएं शुरू की गईं, जहां स्कूली छात्रों को अच्छी स्वच्छता के महत्व के बारे में पढ़ाया गया. बच्चन ने इस अनूठी पहल के पीछे की विस्तृत सोच के बारे में बताते हुए कहा, “हम मानते हैं कि कम उम्र में बच्चे जो सीखते हैं, वह जीवनभर उनके साथ रहता है…”
इस अभियान के दूसरे वर्ष में विभिन्न व्यक्तियों और कॉरपोरेट्स का समर्थन भी मिला, जिन्होंने भारतभर में चलाए गए स्वच्छता अभियान में 1.16 करोड़ से अधिक घंटे की सेवा दी. उसी वर्ष NDTV-डेटॉल ने भी भारत में स्कूलों के लिए विशेष रूप से स्वच्छता पाठ्यक्रम तैयार किए. 45-पाठ वाले स्वच्छता पाठ्यक्रम लगभग 10,000 स्कूलों में वितरित किए गए. तीसरे वर्ष में क्लीनेथॉन अभियान में #Mere10Guz की पहल की गई, जिसने इस अवधारणा को बढ़ावा दिया कि अगर प्रत्येक व्यक्ति यह सुनिश्चित करता है कि उसके आसपास 10 गज़ की दूरी में साफ-सफाई हो, तो भारत स्वच्छ बन सकता है. चौथे वर्ष में अभियान, कूड़े की ‘सफाई, खाद बनाना और छंटाई’ वाली अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित रहा. पांचवें वर्ष में वायु प्रदूषण को कम करने के प्रयासों की ओर ध्यान दिया गया. बच्चन ने कहा,
पिछले साल छठे सीज़न में हमारा अभियान ‘स्वच्छ’ से ‘स्वस्थ’ में स्थानांतरित हो गया… अभियान को पहले 1,000 दिनों के दौरान, खासकर माताओं और बच्चों की भलाई पर केंद्रित किया गया… अब यह ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ कार्यक्रम का सातवां वर्ष है… यह वर्तमान में कोविड-19 (COVID-19) महामारी के मद्देनज़र सबसे महत्वपूर्ण वर्ष है… इस वर्ष अभियान के मूलभूत मूल्यों – स्वच्छ रहना और अच्छी स्वच्छता बनाए रखना, को पुनर्स्थापित करना अनिवार्य हो गया है… वर्तमान में स्वास्थ्य शीर्ष प्राथमिकताओं में है, हम सभी को एक स्वस्थ और सुरक्षित राष्ट्र बनाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है…
इस वर्ष के अभियान पर ध्यान केंद्रित करते हुए और सीज़न 7 में ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान के तीन स्तंभों का वर्णन करते हुए बच्चन ने कहा,
सातवें वर्ष में ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान दुनिया को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए तीन स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करेगा – स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सफाई और पर्यावरण… हम एक नया मंत्र लेकर आए हैं – ‘स्वच्छ से स्वस्थ’ (स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छ वातावरण)… मैं आप में से प्रत्येक से आग्रह करता हूं, स्वच्छ और स्वस्थ रहें…
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NDTV – Dettol Banega Swasth India campaign is an extension of the five-year-old Banega Swachh India initiative helmed by Campaign Ambassador Amitabh Bachchan. It aims to spread awareness about critical health issues facing the country. In wake of the current COVID-19 pandemic, the need for WASH (Water, Sanitation and Hygiene) is reaffirmed as handwashing is one of the ways to prevent Coronavirus infection and other diseases. The campaign highlights the importance of nutrition and healthcare for women and children to prevent maternal and child mortality, fight malnutrition, stunting, wasting, anaemia and disease prevention through vaccines. Importance of programmes like Public Distribution System (PDS), Mid-day Meal Scheme, POSHAN Abhiyan and the role of Aganwadis and ASHA workers are also covered. Only a Swachh or clean India where toilets are used and open defecation free (ODF) status achieved as part of the Swachh Bharat Abhiyan launched by Prime Minister Narendra Modi in 2014, can eradicate diseases like diahorrea and become a Swasth or healthy India. The campaign will continue to cover issues like air pollution, waste management, plastic ban, manual scavenging and sanitation workers and menstrual hygiene.
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