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डेटॉल हाइजीन प्ले पार्क: बच्चों में स्वच्छता की आदतों को बढ़ावा देने की अनूठी पहल

आंध्र प्रदेश में डेटॉल हाइजीन प्ले पार्क में बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाया जा रहा स्वच्छता का पाठ

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'स्वच्छता' की थीम पर आधारित यह प्ले पार्क सभी आयु वर्ग के बच्चों के लिए बनाया गया है और इसमें पर्यावरण के अनुकूल सामग्री जैसे रस्सी, लकड़ी और नॉन-टॉक्सिक पेंट का उपयोग किया गया है

नई दिल्ली: दो साल तक लोगों के जीवन और रोजी-रोटी तक को थाम कर रख देने के बाद आखिरकार COVID-19 महामारी थोड़ा शांत होती दिख रही है और जन-जीवन एक बार फिर से पटरी पर लौटता दिख रहा है. जब COVID-19 ने पूरे भारत को इस क़दर प्रभावित किया कि इसके चलते पूरा देश पूर्ण लॉकडाउन में चला गया. यह स्थिति बच्चों और किशोरों के जीवन में भी एक अलग ही तरह की चुनौतियां लेकर आई. स्कूल जाने, भीड़-भाड़ के बीच घूमने-फिरने और अपने दोस्तों व शिक्षकों के साथ बातचीत करने के आदी बच्‍चे इस महामारी की चपेट में आने के डर से घरों में कैद हो कर रह गए थे. इसका असर जहां उनकी स्‍कूली पढ़ाई पर पड़ा, वहीं उनमें अवसाद, भय और अलग-थलग रहने यानी सामाजिक अलगाव की प्रवृत्ति भी पनपती दिखाई दी. हालांकि, कोविड के नियंत्रण में आने के बाद बच्चे अब एक बार फिर से अपने घरों से निकलकर स्कूल और पार्कों में जा रहे हैं. ऐसे में जीवन के सामान्य होने और कोविड प्रोटोकॉल में ढील के बीच यह महत्वपूर्ण हो गया है कि साफ-सफाई की आदतों और स्वच्छतापूर्ण व्यवहार का पालन करना जारी रखा जाए.

COVID-19 महामारी ने स्वच्छता और स्वास्थ्य यानी सेहत और सफाई के बीच सीधे संबंध को हमें अच्‍छी तरह से समझा दिया है. साबुन से हाथ धोना इसका एक सरल और सस्ता उपाय है. अपोलो फाउंडेशन के साथ ‘डेटॉल – बनेगा स्वस्थ इंडिया’ ने बच्‍चों को साफ-सफाई और उससे जुड़ी आदतों को अपनाने का महत्व समझाने के लिए आंध्र प्रदेश के अरगोंडा में अपनी तरह का एक अनूठा हाइजीन प्ले पार्क बनाया है.

डेटॉल हाइजीन प्ले पार्क बच्चों के लिए डिजाइन किया गया एक ऐसा स्थान है, जहां वे स्वच्छता की थीम पर आधारित सरल और मजेदार खेलों के माध्यम से खेल-खेल में ही जीवन में स्वच्छता के महत्व को समझ सकते हैं. पार्क का विजन बच्चों के लिए और बच्चों के अनुकूल एक ऐसा माहौल बनाना है, जहां वे सरल और मजेदार खेलों में शामिल हो कर शौचालय का उपयोग करने के बाद और खाने से पहले साबुन से हाथ धोने जैसी स्‍वच्‍छता की आदतों को सीख और समझ सकें.

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वर्ग के बच्चों के लिए बनाया गया है और इसमें पर्यावरण के अनुकूल सामग्री जैसे रस्सी, लकड़ी और नॉन-टॉक्सिक पेंट का उपयोग किया गया है.

हाइजीन प्ले पार्क की चार खास बातें

  • हाइजीन गेम्‍स : खेल खेलने के आनंद के साथ ही बच्‍चों को स्वच्छता का संदेश देना और इसकी जड़ों को मजबूत करना इस पार्क की पहली खासियत है. इसके लिए यहां हॉपस्कॉच/स्टापू जैसे पारंपरिक खेलों को स्‍थान दिया गया है, जिसमें आपको व्यक्तिगत स्वच्छता और शौचालय के इस्‍तेमाल की आदतों का पालन करना होता है. ट्विस्टर गेम में भी एक हाइजीन स्पिन है, इसमें बच्चों को शरीर के अंगों की सफाई से जुड़ी वस्तुओं को छू कर बताना होता है. इसके साथ ही यहां एक हैंडवॉश भूलभुलैया भी है.
  • स्वच्छता की जरूरी चीजें : साबुन से हाथ धोने का सही तरीका या हैंड सैनिटाइजर का सही ढंग से उपयोग को समझाने के लिए हैंडवाशिंग और सैनिटाइजर स्टेशन स्थापित किए गए हैं.
  • फ्री प्ले गेम्स: इसमें ट्रैंपोलिन और टॉडलर जंगल जिम को फन प्ले जोन के तहत रखा गया है.
  • STEM (साइंस, टेक्‍नॉलजी, इंजीनियरिंग एंड मैथमैटिक्‍स) जंक्शन: यह बच्चों के लिए स्वच्छता से जुड़ी नई चीजें बनाने के लिए जरूरी सामग्रियों से सुसज्जित एक विशेष स्थान है.

इस तरह के एक पार्क की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए रेकिट के डायरेक्टर, एक्सटर्नल अफेयर्स एंड पार्टनरशिप्स SOA, रवि भटनागर, ने कहा,

पिछले कुछ साल बच्चों के लिए असाधारण रूप से कठिन रहे हैं. इस दौरान वे शारीरिक गतिविधि और खेल-कूद से भी वंचित रहे. हम बच्‍चों के जीवन में खेलकूद और खेलों के माध्यम से विकास के महत्व को समझते हैं. हम हमेशा सर्वोत्तम स्वच्छता प्रथाओं का पालन करने के महत्व को भी समझते हैं. इसलिए डेटॉल के हाइजीन प्ले पार्कों के जरिये हम खेल और स्वच्छता को एक जगह लेकर आए हैं. यहां हम बच्चों को कीटाणुओं और बीमार पड़ने के डर के बिना उन्‍हें खेलने का मौका देते हुए स्वच्छता की अच्‍छी आदतों के बारे में सिखाते हैं.

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स्वच्छता के बारे में बच्चों को शिक्षित करने के महत्व के बारे में NDTV से बात करते हुए, Apollo Hospitals Group के संस्थापक, अध्यक्ष डॉ. प्रताप सी. रेड्डी ने कहा,

यह बहुत महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक व्यक्ति स्वच्छता और स्वास्थ्य के महत्व को समझे. अच्छी स्वच्छता से ही अच्‍छी सेहत मिलती है. बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में सिखाने से उनके जीवन पर इसका गहरा असर देखने को मिलेगा.

डॉ. रेड्डी ने पहला हाइजीन पार्क शुरू करने के लिए रेकिट को धन्यवाद दिया और स्वास्थ्य और स्वच्छता के बीच के रिश्‍ते को समझाते हुए कहा,

बच्चों के करीब दो-तिहाई विकार दस्त और निमोनिया के कारण पैदा होते हैं, जो स्वच्छता की कमी से उत्पन्न होते हैं. इसका सीधा सा मतलब यह है कि हाथ धोने से बच्चों की दो-तिहाई स्वास्थ्य समस्याओं को खत्म किया जा सकता है.

डॉ. रेड्डी का मानना है कि हाइजीन पार्क से न केवल बच्चों को, बल्कि बड़ों को भी उतना ही फायदा होगा, जितना अक्सर बच्चों और उनकी हरकतों से होता है. उन्‍होंने आगे कहा,

मैं कामना करता हूं कि देश इसे अपनाए और पूरे देश के बच्चे इससे लाभान्वित हों. यह एक ऐसा पार्क है, जो आनंददायक होने के साथ ही बच्चों के ज्ञान और बुद्धि को भी एक नई रोशनी दिखाएगा.

श्री भटनागर ने देश के अन्य गांवों और शहरों में हाइजीन प्ले पार्क की पहल करने के संबंध में भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया. ‘NDTV-डेटॉल : बनेगा स्वस्थ इंडिया’ के लक्ष्य – संपूर्ण स्वास्थ्य का टेलीथॉन में बोलते हुए श्री भटनागर ने कहा,

हमारे पास अभी कम से कम सात राज्यों के अनुरोध हैं. हमारा अगला पड़ाव उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में होगा. वहां गोरखधाम मंदिर ट्रस्ट हमें ‘प्ले पार्क’ स्थापित करने के लिए 100 साल के लिए जमीन दे रहा है. हम उत्तराखंड के चमोली जिले में एक प्ले पार्क बनाने के लिए उत्तराखंड राज्य सरकार के साथ भी साझेदारी कर रहे हैं. हम इसे आगे बढ़ाएंगे लेकिन इसके महत्‍व को मापना बहुत जरूरी है कि इससे बच्चों के दैनिक व्यवहार में कितना बदलाव आता है. जब हम स्वास्थ्य की बात करते हैं, तो यह केवल बीमारी से बचे रहना नहीं, बल्कि इसका अर्थ पूरी तरह से तंदुरुस्त रहने से है और इसके लिए ठोस परिणाम होना ज़रूरी है, ताकि हम बता सकें कि किस तरह हमने प्ले पार्क के जरिये बच्चों के जीवन में बदलाव लाया है. जल्द ही हम इसे और बेहतर ढंगे से आगे बढ़ाने की योजना लेकर आएंगे, ताकि देश को इसका ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा मिल सके.

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