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दिल्ली की हवा हुई ‘बहुत खराब’, एयर क्वालिटी 300 के पार; सरकार ने जारी किए निर्देश
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के असर को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा फेज लागू कर दिया है
नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, पिछले एक हफ्ते में हवा की गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी ‘खराब’ से गिरकर ‘बहुत खराब’ की कैटेगरी में आ गई है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक, 23 अक्टूबर सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 306 दर्ज किया गया जबकि रविवार दोपहर को 302 था. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि तापमान में गिरावट और पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी अगले कुछ दिनों तक ‘बहुत खराब’ रहेगी.
गिरती एयर क्वालिटी पर नागरिकों की प्रतिक्रियाएं
इंडिया गेट पर एक साइकिलिस्ट संजय चौधरी ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा,
स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नहीं है. मुझे लगता है कि दिल्ली में पिछले 10-12 दिनों से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. आज हम इसे अपनी आंखों से महसूस कर सकते हैं. स्मोग बहुत घना है. हम साइकिल चालक अपने साथ मास्क रखते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई विकल्प है, और अगर आपको बाहर निकलना है, तो इसका सामना करना ही होगा.
इंडिया गेट पर एक दूसरे साइकिलिस्ट राहुल कुंद्रा ने कहा,
फिलहाल, हम प्रदूषण को थोड़ा महसूस कर सकते हैं क्योंकि हम हर दिन साइकिल चलाते हैं. जब यह इतना बढ़ जाता है कि दिखाई देने लगे तब उस समय, हम साइकिल चलाना बंद कर देते हैं और कोई दूसरा विकल्प तलाशते हैं.
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दिल्ली सरकार एक्शन में
वायु प्रदूषण में होती बढ़ोतरी को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा फेज लागू कर दिया है. GRAP आपातकालीन उपायों का एक सेट है, जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक निश्चित सीमा तक पहुंचने के बाद एयर क्वालिटी में और गिरावट को रोकने के लिए लागू किया जाता है.
सरकार ने GRAP फेज 2 को लागू करने के संबंध में 28 विभागों के अधिकारियों के साथ दोपहर में एक बैठक की. मीडिया से बात करते हुए, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा,
दिल्ली में ठंड बढ़ने लगी है और हवा की गति कम हो गई है, जिसके चलते वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है.
सरकार ने पहले पहचाने गए 13 पॉल्यूशन हॉटस्पॉट के अलावा दिल्ली में आठ और पॉल्यूशन हॉटस्पॉट की पहचान की है, जिनमें शादीपुर, मंदिर मार्ग, पटपड़गंज, सोनिया विहार, मोती बाग, आईटीओ, नेहरू नगर और ध्यान चंद स्टेडियम शामिल हैं.
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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय द्वारा जारी किए गए निर्देश इस प्रकार है:
- प्रदूषण के कारणों की पहचान करने और उन्हें कम करने के उपायों को बढ़ाने के लिए हॉटस्पॉट में एक विशेष टीम तैनात की जाएगी.
- राष्ट्रीय राजधानी के पेड़ों और सड़कों पर छिड़के जाने वाले पानी में धूल अवरोधक (Dust suppressants) मिलाए जाएंगे.
- 25 अक्टूबर से दिल्ली का एंटी-डस्ट कैंपेन और तेज हो जाएगा.
- नियमों का उल्लंघन कर इस्तेमाल किए जा रहे डीजल जेनरेटर सेट पर कार्रवाई की जाएगी.
- 91 भीड़-भाड़ वाली जगहों की पहचान कर ट्रैफिक अधिकारियों को इन जगहों पर गाड़ियों के मूवमेंट को स्ट्रीमलाइन करने का निर्देश दिया गया है.
- सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और निजी गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए दिल्ली में मेट्रो और बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का निर्णय लिया है.
- रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) को कॉलोनियों में सिक्योरिटी गार्डों को हीटर उपलब्ध कराने के लिए कहा जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे रात की ड्यूटी के दौरान ठंड से बचने के लिए आग न जलाएं.
Hon'ble Environment Minister @AapKaGopalRai Addressing an Important Press Conference | LIVE https://t.co/xwIEgWfoTD
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) October 23, 2023
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अगले 20-25 दिन काफी महत्वपूर्ण हैं और नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए उपाय करने होंगे. पर्यावरण मंत्री ने नागरिकों से सरकारी उपायों का समर्थन करने का आग्रह करते हुए कहा,
जब तक सब मिलकर प्रयास नहीं करेंगे, वायु प्रदूषण की समस्या को सुलझाना मुश्किल है.
उन्होंने लोगों को पॉल्यूशन कंट्रोल टेस्ट के लिए पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (PUCC) के लिए खुद को रजिस्टर करने की भी सलाह दी.
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(ANI के इनपुट से)