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बनेगा स्वस्थ इंडिया सीजन 10 के लॉन्च पर रेकिट ने भारत के दूसरे क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल का अनावरण किया
क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल छात्रों को इको-सेंसिटाइजेशन वॉक, वेस्ट मैनेजमेंट, वॉटर और एनर्जी मैनेजमेंट, सस्टेनेबल लाइफस्टाइल, क्लाइमेट सेल आदि पर पर्यावरण शिक्षा और वर्कशॉप्स ऑफर करता है
नई दिल्ली: जलवायु परिवर्तन एक सच है और इसके जोखिमों को कम करने व भावी पीढ़ियों को इसके लिए तैयार करने के लिए डेटॉल ने अगले कुछ सालों में भारत में क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूलों के निर्माण की परियोजना शुरू की है. इसका मिशन पर्यावरण के प्रति जागरूक बच्चों का एक कैडर तैयार करना है, जो क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूलों और समुदायों के निर्माण को बढ़ावा देने का काम करेंगे. इस परियोजना के लक्ष्यों में साल 2021 में ग्लासगो में हुए COP26 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित मिशन LiFE पहल के उद्देश्यों को शामिल किया गया हैं.
2 अक्टूबर को बनेगा स्वस्थ इंडिया के सीजन 10 के लॉन्च के दौरान, दुनिया की अग्रणी उपभोक्ता स्वास्थ्य और स्वच्छता कंपनी, रेकिट ने उत्तराखंड के केदारनाथ क्षेत्र में दूसरे क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल – गवर्नमेंट गर्ल्स अपर प्राइमरी स्कूल रतुरा, ब्लॉक अगस्तमुनि, रुद्रप्रयाग का अनावरण किया. स्कूल की स्थापना डेटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम प्रोजेक्ट के तहत प्लान इंडिया के साथ साझेदारी में की गई है. पहला क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल इस साल की शुरुआत में विश्व पर्यावरण दिवस पर उत्तरकाशी में लॉन्च किया गया था.
क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल छात्रों के लिए कोलेटरल से लैस है. इसमे शामिल है:
- पर्यावरण अनुकूल स्टेशनरी आइटम
- कलर – सीड पेंसिल
- सीड पेंसिल
- पेपर पेन्स
- रिसाइकिल्ड मटेरियल्स से बने स्कूल बैग
- जूट के बैग्स
- धूलरहित चाक
- क्लाइमेट रेजिलिएंट टी-शर्ट और एक टोपी
जलवायु परिवर्तन अनुकूलन, मिटीगेशन और रेजिलिएंट निर्माण के अलग-अलग पहलुओं को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल के बुनियादी ढांचे में एक कार्रवाई-आधारित जलवायु परिवर्तन पाठ्यक्रम जोड़ा गया है. पाठ्यक्रम निम्नलिखित पर पर्यावरण शिक्षा और वर्कशॉप्स ऑफर करता है:
- इको-सेंसिटाइजेशन वॉक
- कचरे का प्रबंधन
- जल एवं ऊर्जा प्रबंधन
- सतत जीवन शैली
- जलवायु सेल
पाठ्यक्रम में गतिविधि-आधारित शिक्षण मॉड्यूल (Activity-based learning modules) हैं और इसे नेचर साइंस इनिशिएटिव संगठन द्वारा डिजाइन किया गया है. इस पाठ्यक्रम के साथ डेटॉल का लक्ष्य छात्रों के बीच पर्यावरण के प्रति अवलोकन और संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करना है.
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क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल में मिशन लाइफ क्लब
स्कूल में एक मिशन LiFE क्लब भी है, जिसे ग्रीन क्लब के रूप में भी जाना जाता है. इसके तहत जागरूकता अभियान, रीसाइक्लिंग और अपशिष्ट प्रबंधन, पृथक्करण और खाद बनाना, जल और ऊर्जा संरक्षण और वृक्षारोपण आदि पर कई अभियान और वर्कशॉप्स चलाई जाती हैं. क्लब सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम भी आयोजित करता है और प्रमुख पर्यावरण दिवस भी मनाता है.
मिशन LiFE क्लब में दो फैकल्टी मेंबर्स सहित क्लब गतिविधियों में शामिल 10-15 सदस्य होते हैं. क्लब में अधिकारियों की एक टीम होगी जिसमें एक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव शामिल होंगे, जिन्हें क्लब के सदस्यों द्वारा हर साल चुना जाएगा. आगे की योजना बनाने के उद्देश्य से मिशन LiFE क्लब के सदस्य सप्ताह में एक बार मिलेंगे.
क्लाइमेट रेजिलिएंट स्कूल परियोजना इस साल से शुरू होकर 2025 तक तीन चरणों में लागू की जा रही है. यह उत्तराखंड के सभी 13 जिलों को कवर करेगा.
यहां 13 जिलों का चरण-वार कवरेज दिया गया है:
वर्ष 1 – 3 जिले: उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली
वर्ष 2 – 4 जिले: चंपावत, उधम सिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार
वर्ष 3 – 6 जिले: पिथौरागढ, बागेश्वर, अल्मोडा, नैनीताल, टेहरी और पौर
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