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World Mental Health Day 2022: मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को सभी के लिए वैश्विक प्राथमिकता बनाना है जरूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य के समर्थन में प्रयासों को जुटाने के लिए 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाता है
नई दिल्ली: ग्लोबल हेल्थ स्वास्थ्य डेटा एक्सचेंज, इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन कहता है कि 2019 में, हर 8 में से 1 व्यक्ति, या दुनिया भर में 970 मिलियन लोग मेंटल डिसऑर्डर के शिकार थे, जिसमें एंग्जाइटी और डिप्रेसिव डिसऑर्डर सबसे आम थे. 2020 में, COVID-19 महामारी के कारण एंग्जाइटी और डिप्रेसिव डिसऑर्डर से ग्रस्त लोगों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई. डब्ल्यूएचओ के विश्लेषण के अनुसार, शुरुआती अनुमान, एक वर्ष में एंग्जाइटी और डिप्रेसिव डिसऑर्डर के लिए क्रमशः 26 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं.
डब्ल्यूएचओ का मानना है,
कोविड-19 महामारी ने मेंटल हेल्थ के लिए एक ग्लोबल संकट पैदा कर दिया है, जो शॉर्ट और लॉन्ग टर्म स्ट्रेस को बढ़ावा दे रहा है और लाखों लोगों के मेंटल हेल्थ को कमजोर कर रहा है. साथ ही, मेंटल हेल्थ सर्विस बुरी तरह बाधित हो गई हैं और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति के लिए ट्रीटमेंट की खाई बड़ी हो गई है.
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हर साल, विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया भर में मेंटल हेल्थ के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे कम करने के समर्थन में प्रयास करने के लिए 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाता है.
World Mental Health Day 2022 की थीम ‘सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को वैश्विक प्राथमिकता बनाना’ है. यह ऐसे समय में आया है जब दुनिया COVID-19 महामारी से जूझ रही है और इसके नतीजों का सामना कर रही है, मेंटल हेल्थ पर प्रभाव इनमें से एक है. एक प्रेस रिलीज में, डब्ल्यूएचओ ने कहा,
बढ़ती सामाजिक और आर्थिक असमानताएं, लंबे समय तक संघर्ष, हिंसा और पब्लिक हेल्थ एमरजेंसी की सिचुऐशन सभी को प्रभावित करती है, जिससे बेहतर कल्याण की दिशा में हो रही प्रगति को खतरा होता है, 2021 के दौरान दुनिया भर में 84 मिलियन लोगों को जबरन विस्थापित किया गया. हमें व्यक्तियों, समुदायों और सरकारों के रूप में मेंटल हेल्थ के लिए दिए गए मूल्य और प्रतिबद्धता को गहरा करना चाहिए और सभी क्षेत्रों में सभी हितधारकों द्वारा अधिक प्रतिबद्धता, जुड़ाव और इंवेस्टमेंट के साथ इसे बढ़ाना चाहिए. हमें मेंटल हेल्थ केयर को मजबूत करना चाहिए ताकि इसकी पहुंच योग्य, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण हो और समुदाय-आधारित नेटवर्क के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे को मानसिक विकारों से जुड़े कलंक और भेदभाव को दूर करने का अवसर मानता है जो अक्सर लोगों को समाज से जोड़ने ओर सही केयर तक पहुंचने से रोकता है. ग्लोबल हेल्थ बॉडी का उद्देश्य इलाज योग्य मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता बढ़ाना है.
डब्ल्यूएचओ थीम के इर्द-गिर्द एक कैंपेन शुरू करने के लिए पार्टनर के साथ काम करेगा. यह मेंटल हेल्थ की स्थिति वाले लोगों, एडवोकेट, सरकारों, कंपनियों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के लिए इस क्षेत्र में प्रगति को पहचानने और मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए हमें जो करने की आवश्यकता है, उसके बारे में बात करने का अवसर होगा. यह अब सभी के लिए वैश्विक प्राथमिकता है.
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