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एयर इमरजेंसी: क्या एयर प्यूरीफायर वायु प्रदूषण को कम करके स्वच्छ हवा में सांस लेने में मदद करते हैं?
एयर प्यूरीफायर एक तरह का डिवाइस होता है जो वातावरण में मौजूद कई तरह के प्रदूषकों को हटाकर हवा को स्वच्छ रखने में मदद करता है, जिससे घर के अंदर की एयर क्वालिटी में सुधार होता है
नई दिल्ली: दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में बढ़ते एयर पॉल्यूशन यानी वायु प्रदूषण की वजह से एक अलग तरह का जो साइड-इफेक्ट नजर आ रहा है, वह है एयर प्यूरीफायर (Air purifiers) की मांग में वृद्धि. वायु शोधक यानी एयर प्यूरीफायर एक तरह का डिवाइस होता है जो वातावरण में मौजूद कई तरह के प्रदूषकों को हटाकर हवा को स्वच्छ रखने में मदद करता है, जिससे ओवरऑल इनडोर एयर क्वालिटी में सुधार होता है. यह हवा को फिल्टर करके हवा में मौजूद धूल (Dust), पराग (pollen), पालतू जानवरों की त्वचा के छोटे कण (Pet dander), धुएं (Smoke), और अन्य कणों जिनसे एलर्जी होती है को अलग कर देता है. इस तरह से यह घर के अंदर मौजूद हवा की क्वालिटी को बेहतर करता है.
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केंट आरओ सिस्टम्स लिमिटेड (Kent RO Systems Ltd) के CMD महेश गुप्ता ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया,
पिछले 4-5 दिनों में, हमने एयर प्यूरीफायर की मांग में 15-20 प्रतिशत की बढ़त देखी है, क्योंकि लोगों को प्रदूषित हवा की समस्या से निपटने के लिए किसी समाधान की जरूरत थी.
Xiaomi ने कहा कि इस हफ्ते में एयर प्यूरीफायर की बिक्री में दस गुना वृद्धि देखी गई है.
डाइकिन इंडिया (Daikin India) के CMD केजे जावा ने दावा किया कि उनकी कंपनी द्वारा निर्मित एयर प्यूरीफायर “HEPA फिल्टर और पेटेंटेड स्ट्रीमर तकनीक (Patented streamer technology) के माध्यम से वायु प्रदूषण की इस चुनौती को हल करने के लिए तैयार हैं.” उन्होंने आगे कहा,
हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि ग्राहकों को अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए ज्यादा पैसा न खर्च करना पड़े, इसलिए हम उन्हें लाइफटाइम के लिए फ्री में HEPA फिल्टर भी ऑफर कर रहे हैं.
लेकिन क्या वाकई एयर प्यूरीफायर कमरे के अंदर मौजूद खराब एयर क्वालिटी को बेहतर करने में मदद करते हैं? इस सवाल के जवाब में गुरुग्राम के मेदांता-द मेडिसिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी, चेस्ट ऑन्को-सर्जरी एंड लंग ट्रांसप्लांटेशन के चेयरमैन डॉ. अरविंद कुमार ने कहा,
अगर कोई कहता है कि एयर प्यूरीफायर वायु प्रदूषण का समाधान है, तो मेरा जवाब ‘नहीं’ में होगा. हालांकि, मैं कुछ अपवाद बताऊंगा क्योंकि मैं खुद अपने मरीजों को इसकी सिफारिश कर रहा हूं.
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एक एयर प्यूरीफायर किस तरह से काम करता है उसके बारे में समझाते हुए डॉ. अरविंद कुमार ने कहा,
एक एयर प्यूरीफायर एक एयर कंडीशनर की तरह होता है. इसमें एक पंप होता है जो आपके कमरे से हवा खींचता है, इसे एक यांत्रिक फिल्टर, आमतौर पर HEPA ((हाई एफिशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) फिल्टर से गुजारता है, और फिर हवा को वापस कमरे में फेंक देता है.
ध्यान देने वाली बात ये हैं कि एयर प्यूरीफायर के प्रभावी ढंग से काम करने के लिए, जिस कमरे या इनडोर स्पेस में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसे सील करना और बंद करना होगा, साथ ही खिड़कियां और दरवाजे भी बंद करने होंगे. डॉ कुमार ने आगे कहा,
प्यूरीफायर की एयर हैंडलिंग कैपेसिटी आपके कमरे के साइज से मेल खानी चाहिए और फिल्टर भी – नया और इस्तेमाल करने लायक होना चाहिए. फिर, प्यूरीफायर में मौजूद फिल्टर हवा में मौजूद प्रदूषकों को खींच लेगा और आपको स्वच्छ हवा देगा.
फोर्टिस अस्पताल में क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन, कंसल्टेंट – इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी (Consultant – Interventional Pulmonology) डॉ. सचिन डी, हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (Particulate matter) और गैसीय प्रदूषकों (Gaseous pollutants) इन दोनों से निपटने के लिए अब्जॉर्प्शन (Absorption) और एडजॉर्प्शन (adsorption) कैपेसिटी वाले एयर प्यूरीफायर को इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. ऐसा इसलिए है, क्योंकि वायु प्रदूषण में ओजोन (O3), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) और कार्बन मोनोऑक्साइड सहित कई तरह की हानिकारक गैसें शामिल होती हैं.
यह ध्यान देना जरूरी है कि एयर प्यूरीफायर महंगे होते हैं. इनकी रेंज 500 रुपये से लेकर एक लाख से ऊपर तक जाती है. जिससे सभी के लिए इन्हें ले पाना संभव नहीं है. इसलिए स्वच्छ हवा में सांस लेने का एकमात्र उपाय प्रदूषण के स्तर को कम करना है.
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