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डेंगू: वेक्टर-जनित रोग से खुद को कैसे बचाएं

डेंगू, सबसे आम वेक्टर जनित बीमारी है, जो हर साल मानसून में तेजी से फैलती है, इसके कारणों, लक्षणों और रोकथाम के बारे में जानने के लिए एनडीटीवी-डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया ने फोर्टिस अस्पताल, नोएडा के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय अग्रवाल और डॉ. धीरेन गुप्ता, वरिष्ठ सलाहकार, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली से बात की.

डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि डेंगू जैसी वेक्टर जनित बीमारियां मच्छरों जैसे वेक्टर जनित जीवों के कारण होती हैं. उन्होंने कहा, यह एडीज मच्छरों (जिन्हें वन मच्छर भी कहा जाता है) के माध्यम से फैलता है.

डेंगू के मामलों के बारे में बात करते हुए, डॉ. धीरेन गुप्ता ने कहा कि स्थिर और धीमी गति से बहने वाला पानी मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल होता है, और गर्म तापमान मच्छरों के शरीर के अंदर वायरस की प्रतिकृति को बढ़ाता है. इसके अलावा, ये प्रजातियां दरवाजों, खिड़कियों, झरोखों और चिमनियों में सूक्ष्म छिद्रों के माध्यम से घरों में प्रवेश कर सकती हैं.

डेंगू के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक भिन्न-भिन्न होते हैं. लगभग 99 प्रतिशत रोगियों में हल्के और मध्यम लक्षण दिखाई देते हैं. डॉ. अजय अग्रवाल ने कहा, "मरीज़ हल्के बुखार, सिरदर्द, गले में दर्द, बदन दर्द, उल्टी, बार-बार दस्त, ग्रंथियों में सूजन, मतली, आंखों में दर्द और हल्की सांस फूलने की शिकायत के साथ आते हैं."

डॉ. अग्रवाल ने आगे कहा, 'गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को तेज बुखार, प्लेटलेट काउंट में कमी, हाई डिहाड्रेशन, गंभीर पेट दर्द, लो बीपी, थकान, कमजोरी, लगातार उल्टी, दस्त और पीली आंखें होना हो सकता है,'

डॉ. धीरेन गुप्ता ने कहा कि डेंगू बुखार की जटिलताएं मुख्य रूप से अत्यधिक एज ग्रुप में देखी जाती हैं. उन्होंने कहा, इसके अलावा, यह बीमारी कमजोर इम्‍यूनिटी और शुगर वाले लोगों में भी प्रचलित है.

डॉ. गुप्ता ने ऐसे व्यक्तियों के एक और समूह पर प्रकाश डाला, जो डेंगू बुखार से ग्रस्त हैं: मोटे लोग और ऐसे व्यक्ति जो पहले संक्रमित हो चुके हैं और उनमें कोई लक्षण नहीं थे.

डॉ. अजय अग्रवाल ने कहा कि हल्के या मध्यम लक्षणों का अनुभव करने वाले रोगियों को घर पर रहना, अपने आहार में बहुत सारे तरल पदार्थ शामिल करना और बुखार कम करने के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का उपयोग करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने और प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता हो सकती है.

डॉ. अग्रवाल ने कहा, "जटिलता की रोकथाम डेंगू का प्रमुख इलाज है." उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने से डेंगू बुखार के मामलों को बड़े पैमाने पर कम करने में मदद मिल सकती है. इसके अतिरिक्त, लोगों को मानसून के मौसम के दौरान सुरक्षात्मक कपड़े पहनने चाहिए और खुद को बचाने के लिए घर पर कीट निरोधकों का उपयोग करना चाहिए.

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए गमलों और घरेलू उपकरणों में पानी जमा होने से बचना और घर में नियमित रूप से नालियों की सफाई करना सबसे महत्वपूर्ण है, जिससे बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है.