डॉ. हेमा दिवाकर, जो कि मातृ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में टेक्निकल एडवाइजर, दिवाकर स्पेशलिटी अस्पताल में मेडिकल डायरेक्टर, एफओजीएसआई के पूर्व प्रेसिंडेंट हैं, उन्होंने भारत में कुपोषण और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटने में बाजरा कैसे मदद कर सकता है, इस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, 'भारत में वर्तमान में कुपोषण, मोटापा और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी का तीन गुना बोझ है और डायबिटीज की सुनामी भी है. अगर चावल/गेहूं जैसे मुख्य भोजन की जगह स्थानीय रूप से उगाए गए रागी, बाजरा, ज्वार जैसे भोजन को अपनाया जाए, तो हमें एनीमिया से बचने के लिए जरूरी आयरन मिलेगा. इसके अलावा हड्डियों को मजबूत करने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम भी मिलेगा.