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मिलें ‘एन्साइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट’ यानी पद्म श्री पुरस्कार विजेता तुलसी गौड़ा से
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कर्नाटक की 72 वर्षीय पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा समेत कुल 119 लोगों को पद्म पुरस्कार दिए गए. पद्मश्री पाने वालों में कर्नाटक की तुलसी गौड़ा ने सोशल मीडिया पर सबका ध्यान खींचा.
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कर्नाटक की 72 वर्षीय पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा समेत कुल 119 लोगों को पद्म पुरस्कार दिए गए. पद्मश्री पाने वालों में कर्नाटक की 72 वर्षीय पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा ने सोशल मीडिया पर सबका ध्यान खींचा. पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य अतिथियों को अभिवादन करते हुए फोटो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है. उन्हें पर्यावरण की सुरक्षा में उनके योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया. नंगे पांव और पारंपरिक पोशाक पहने तुलसी गौड़ा को राष्ट्रीय राजधानी में एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिला.
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तुलसी गौड़ा की कहानी
तुलसी गौड़ा कर्नाटक में हलक्की स्वदेशी जनजाति से हैं, वह एक गरीब और वंचित परिवार में पली-बढ़ीं. भले ही, तुलसी गौड़ा ने कभी कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की, फिर भी, आज उन्हें दुनिया भर में उन्हें पौधों और जड़ी-बूटियों के बारे में ‘अनंत ज्ञान’ के साथ ‘एन्साइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट’ के नाम से जाना जाता है.
एक गरीब परिवार में जन्मी तुलसी गौड़ा ने दो साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था. बहुत कम उम्र में, उन्होंने अपनी मां के साथ कर्नाटक की एक स्थानीय नर्सरी में काम करना शुरू कर दिया. बाद में, तुलसी गौड़ा एक अस्थायी स्वयंसेवक के रूप में वन विभाग में शामिल हो गईं, 30 से सालों से ज्यादा समय तक काम करने के बाद, उन्हें प्रकृति संरक्षण के प्रति समर्पण के कारण विभाग में एक स्थायी नौकरी की पेशकश की गई. वे इसके 15 साल बाद वह 70 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हुईं. तुलसी गौड़ा ने छह दशकों से अधिक समय तक पर्यावरण के लिए काम किया है और 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं.
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भारत के राष्ट्रपति द्वारा पोस्ट देखें
President Kovind presents Padma Shri to Smt Tulsi Gowda for Social Work. She is an environmentalist from Karnataka who has planted more than 30,000 saplings and has been involved in environmental conservation activities for the past six decades. pic.twitter.com/uWZWPld6MV
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 8, 2021
72 वर्षीय पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा का पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य अतिथियों ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया. यह हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस फोटो में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह उन्हें हाथ जोड़कर नमस्कार कर रहे हैं. इस तस्वीर को प्रधानमंत्री ने भी इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. वयोवृद्ध पर्यावरणविद् ने नंगे पांव पुरस्कार प्राप्त किया.
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देखिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोस्ट:
ट्विटर पर लोग इसे ‘इमेज ऑफ द डे’ कैप्शन के साथ शेयर करने लगे.
Picture of the Day ????????#PadmaAwards #PeoplesPadma #NewIndia ???????? pic.twitter.com/MduYMy60Up
— Rajeev Chandrasekhar ???????? (@Rajeev_GoI) November 8, 2021
In the world of propagandists, be a real change agent.
In the world of #GretaThunbergs, be a #TulsiGowda! pic.twitter.com/Ieb9OyogQI
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) November 9, 2021
#SilentHero Kudos to #TulsiGowda, a Septuagenarian environmentalist, silently carrying forward #environment protection & planted 30,000 trees in six decades. Known as Encyclopedia of Forest, her vast knowledge on diverse species of plants/herbs bewilders experts. #PadmaAwards2021 pic.twitter.com/rxOEm9jaxr
— Tribal Army (@TribalArmy) November 10, 2021
Tulsi Gowda, true pride of mother India ????
In the last 6 decades, she has planted more than 30,000 saplings and has been involved in environmental conservation.
Our Govt has recognized a true gem, congratulations #TulsiGowda, on your Padma Shri award! #PeoplesPadma @MahaEnvCC pic.twitter.com/jg62WfPSYk— Mir Arshid Hussain (@MirArshidHussa5) November 9, 2021
पुरस्कारों के बारे में
इस साल, पद्म पुरस्कारों की सूची में सात पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं, जिनमें से 29 पुरस्कार विजेता महिलाएं हैं और एक पुरस्कार विजेता एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति है. पद्म पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रदान किए गए हैं.
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