किशोरों के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य पर बातचीत की जरूरत
Published On: October 2, 2022 | Duration: 30 MIN, 53 SEC
गुट्टमाकर के अनुसार, भारत में 20 लाख किशोर महिलाओं की आधुनिक गर्भनिरोधक की जरूरत पूरी नहीं होती है. इसके अतिरिक्त, किशोर महिलाओं में 78 प्रतिशत गर्भपात असुरक्षित होते हैं, जिससे जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है. किशोर यौन और प्रजनन स्वास्थ्य कोई ऐसी चीज नहीं है जिस पर अक्सर चर्चा की जाती है, वास्तव में यह ऐसे विषय हैं जिन पर पर्दा डाला गया है. एनडीटीवी-डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के लक्ष्य- संपूर्ण स्वास्थ्य का टेलीथॉन में विशेषज्ञों ने इस बारे में बेहतर बातचीत और जागरूकता की आवश्यकता पर चर्चा की.
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