नई दिल्ली: बनेगा स्वस्थ इंडिया के सीजन 10 की शुरुआत करते हुए अभियान के राजदूत आयुष्मान खुराना ने कहा, “दस साल से एनडीटीवी और डेटॉल मिलकर #BanegaSwasthIndia कैंपेन चला रहे हैं. एक नए लक्ष्य और नई थीम के साथ यह कैंपेन हेल्थ और हाइजीन भारत बनाने की दिशा में काम कर रहा है. यह मेरा सौभाग्य है कि हमारे समय के महानतम अभिनेताओं में से एक अमिताभ बच्चन द्वारा किए गए काम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई है,”
इन वर्षों में इस कैंपेन ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, आदतों को बदला है और एक स्वस्थ राष्ट्र को प्रेरित किया है, और यह भारत के सबसे लंबे समय तक चलने वाले पब्लिक हेल्थ कैंपेन बनकर उभरा है. कैंपेन के लिए परिवर्तन की नई यात्रा शुरू करने के बारे में बात करते हुए, आयुष्मान खुराना ने कहा,
इससे पहले कि हम आगे बढ़ें, मैं अमिताभ बच्चन को आश्वस्त करना चाहूंगा कि हम उस रास्ते पर चलते रहेंगे, जो उन्होंने बनाया और दिखाया है. और हम उस लक्ष्य तक पहुंचेंगे, जिसे उन्होंने नाम दिया है – लक्ष्य संपूर्ण स्वास्थ्य का.
अभियान के दसवें वर्ष में, एजेंडा ‘एक विश्व स्वच्छता – एक स्वस्थ कल के लिए वैश्विक एकता को बढ़ावा देना’ है.
अभियान के लक्ष्यों और उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए, आयुष्मान खुराना ने कहा,
हमने पिछले दस वर्षों में कई लक्ष्य हासिल किये हैं. स्वच्छता पर काम किया, स्कूलों में स्वच्छता स्थापित की, अपने आसपास के दस गज के एरिया को साफ रखने की शपथ ली, हाइजीन से हेल्थ की ओर बढ़ गए हैं. बीच में COVID जैसी चुनौती आई, जिसने पूरी दुनिया को पूरी तरह से रोक दिया था. लेकिन बनेगा स्वस्थ भारत कैंपेन मजबूत होता गया. हमने उन डॉक्टरों का सम्मान किया जो महामारी के दौरान लोगों की जान बचाने में लगे हुए थे. आजादी के स्वर्णिम युग में हमने तय किया कि हम किसी को पीछे नहीं छोड़ेंगे. हमने एक पृथ्वी, एक परिवार, एक स्वास्थ्य की बात की. मुझे यह कहते हुए गर्व है कि इतने वर्षों में की गई सारी मेहनत का लाभ 2 करोड़ 40 लाख बच्चों तक पहुंचा है. ये कोई छोटी संख्या नहीं है.
बनेगा स्वस्थ भारत कैंपेन के सीज़न 10 के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए, आयुष्मान खुराना ने एक संदेश के साथ अपनी बात खत्म की.उन्होंने कहा,
आज 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी का जन्मदिन है, जिन्होंने हमें सादगी और स्वच्छता के संदेश पर चलने वाली एक नई सभ्यता का मंत्र दिया, इसलिए उन्हें याद करते हुए, हम अपने दसवें वर्ष के कैंपेन की शुरुआत – ‘दस का दम’ से कर रहे हैं. हम देखेंगे कि पिछले दस वर्षों में क्या हासिल हुआ है, इसके सबक क्या हैं – हम कहां तक पहुंचे हैं और हमें कहां तक जाना है. दस का दम में वे दस कदम शामिल हैं, जो हमें ‘स्वस्थ और स्वच्छ’ भारत की दिशा में उठाने हैं.