मार्च, 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किए गए 'स्वस्थ भारत अभियान' का NDTV और डेटॉल शुरू से साथ देते रहे हैं. बीते पांच सालों से 'स्वच्छता' को लेकर जारी कामयाब पहल के बाद अब हम 'स्वच्छ' से 'स्वस्थ' की ओर बढ़ रहे हैं.
पद्मश्री से सम्मानित सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ इंदिरा चक्रवर्ती ने स्वस्थाग्रह के मंच पर कहा, "जब तक आपकी सेहत अच्छी नहीं होगी, आप चैन से नहीं रह सकते... जब हमने स्वच्छ भारत शुरू किया था, हमने भी स्वास्थ्य को इससे जोड़ने की कोशिश की थी... अगर आप 2014 से अब तक आंकड़े देखेंगे, तो पाएंगे कि तब 20 करोड़ बच्चों में डायरिया की शिकायत थी, जो अब सिर्फ पांच करोड़ बच्चों में रह गई है... डायरिया से होने वाली मौतें भी तब डेढ़ लाख थीं, जिनमें खासी कमी आई है... कुपोषण के मामले भी काफी कम हुए हैं..."
Hemwati
October 2, 2019 at 1:07 pm
Superb initiative. Really good for village woman and her family.