अभियान के सीजन 8 का उद्देश्य 'वन हेल्थ, वन प्लैनेट, वन फ्यूचर - लीविंग नो वन बिहाइंड' (One Health, One Planet, One Future – Leaving No One Behind) पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंसान और पर्यावरण की एक दूसरे पर निर्भरता को उजागर करना है.
भारत में सामुदायिक स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले और पद्म भूषण से सम्मानित डॉ श्रीनाथ रेड्डी, प्रेसिडेंट पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया
"हमें इस सच्चाई के साथ जीना होगा कि वायरस हमारे साथ रहने वाला है, मुझे नहीं लगता कि यह कभी खत्म हो पाएगा. हम बस यही उम्मीद कर सकते हैं कि लोगों की प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण किया जाए ताकि वे गंभीर रूप से बीमार न हों. यह इम्यूनाइजेशन बढ़ाकर और मास्किंग जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों द्वारा किया जा सकता है. अगर हम यह सब करते हैं, तो वायरस का फैलाव कम हो जाएगा. कई वायरस ने मानव समुदाय को अपनाने और उसके साथ सह-अस्तित्व बनाने के लिए अपने व्यवहार को बदलने पर मजबूर कर दिया है. हमारा व्यवहार ही उसके व्यवहार को निर्धारित करता है. हमें लापरवाह नहीं होना चाहिए और न ही यह उम्मीद करनी चाहिए कि वायरस हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. सभी को दो खुराक वैक्सीन मिलनी चाहिए लेकिन अगर हमारे पास अभी वह सुविधा नहीं है, तो हमें कमजोर आबादी की रक्षा करनी चाहिए. और ज्यादा से ज्यादा लोगों को एक खुराक दें लेकिन जैसे ही हमारे पास टीके बहुतायत में होते हैं, हमें दूसरी खुराक लेनी चाहिए. वायरस के वेरिएंट विकसित हो सकते हैं और वापस कहर बरपा सकते हैं."