पर्यावरण

विशेष अभियान 3.0: स्वच्छता के लिए एक कैंपेन

विशेष अभियान 3.0 को स्वच्छता को संस्थागत बनाने और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है. इस अभियान के तहत अक्टूबर में अलग-अलग विभागों द्वारा लगभग 1,787 स्वच्छता अभियान चलाए गए

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Special Campaign 3.0: Here Is How The Cleanliness Drive Was Carried Out Across India
केंद्र ने कार्यालयों से निकले स्क्रैप का निपटान कर 500 करोड़ रुपये कमाए

नई दिल्ली: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2 अक्टूबर को विशेष अभियान 3.0 शुरू किया गया, जो स्वच्छता पर केंद्रित था. यह 31 अक्टूबर को समाप्त हो गया है. यह अभियान मंत्रालय के मुख्यालय के भीतर और इससे अटैच और सब-ऑर्डिनेट ऑफिसेज, स्वायत्त निकायों (Autonomous Bodies) और देश के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों (Central Public Sector Enterprises – CPSE) में चलाया गया. इस विशेष अभियान 3.0 को स्वच्छता को संस्थागत बनाने और नागरिकों के बीच पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत का सबसे बड़ा अभियान कहा जाता है.

इस अभियान के तहत, मंत्रालय के विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 1,787 स्वच्छता अभियान चलाए गए. केंद्र ने 2-31 अक्टूबर के दौरान कार्यालयों के स्क्रैप का निपटान करके 500 करोड़ रुपये कमाए. आधिकारिक प्रेस रिलीज के मुताबिक, 2021 से 2023 तक सरकार द्वारा चलाए गए स्वच्छता अभियानों के दौरान, ऑफिस स्क्रैप यानी कार्यालयों के कबाड़ के निपटान से 1,100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू अर्जित हुआ है.

जानिए विभिन्न विभागों और संस्थानों ने सफाई और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान 3.0 कैसे चलाया

स्वच्छ अभियान कई संस्थानों द्वारा चलाया गया, जिनमें नई दिल्ली, आंध्र प्रदेश और बिहार में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences – AIIMS), तमिलनाडु में पाश्चर इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Pasteur Institute of India), उत्तर प्रदेश में केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) और मणिपुर में क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) शामिल हैं.

नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (NVBDCP) द्वारा दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गैर-संचारी रोगों यानी नॉन कम्युनिकेबल डिजीज के लिए सत्र आयोजित किए गए. ताकि छात्रों को इनके बारे में जागरूक किया जा सके.

जागरूकता कार्यक्रम का संचालन करते राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP) के अधिकारी.

मनमाड में भारतीय खाद्य निगम ने कार्यालय में चलाया स्वच्छता अभियान.

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के अधिकारियों ने विशेष अभियान 3.0 में हिस्सा लिया.

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने विशेष अभियान 3.0 के तहत पश्चिम बंगाल के बांद्राभान में सफाई अभियान चलाया.

काठमांडू में भारतीय दूतावास द्वारा स्वच्छता पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में राजदूत नवीन श्रीवास्तव भी शामिल हुए.

राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) ने भी स्वच्छता पर केंद्रित विशेष अभियान 3.0 में भाग लिया. परिषद ने इस अभियान के तहत ‘वेस्ट-टू-आर्ट’ कार्यक्रम भी आयोजित किया.

केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान (CIHTS) ने भारत को प्लास्टिक मुक्त बनाने के विषय पर एक क्विज कॉन्टेस्ट आयोजित किया. संस्थान के छात्रावास और उसके परिसर की कनेक्टिंग रोड पर भी सफाई अभियान चलाया गया.

आंध्र प्रदेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, मंगलागिरी ने आवासीय क्वार्टरों में रहने वालों को पौधे वितरित किए और स्वच्छता अभियान भी चलाया.