Highlights
- इम्यूनिटी बढ़ाने और मानसिक शांति के लिए करें इन 10 चीजों का सेवन.
- ये 10 जड़ी बूटियां स्वास्थ्य से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं को रखती हैं दूर.
- जानें 10 कमाल की चीजों के बारे में जो स्वास्थ्य के लिए हैं रामबाण.
Best Herbs For Immunity: इम्यूनिटी बढ़ाने की लोग कई तरह के उपाय कर रहे हैं, जो जरूरी भी हैं, लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने के नेचुरल तरीके (Natural Ways To Increase Immunity) को अपनाना आपके लिए और भी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. इस समय इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हर्ब्स (Herbs To Increase Immunity) यानि जड़ी बूटियों को खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. जो काफी कारगर भी हो सकती हैं. इनको इम्यूनिटी के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies For Immunity) के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. कुछ जड़ी बूटियां इम्यून सिस्टम को मजबूत (Strong Immune System) करने के साथ कई और स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती हैं. आपके आस पास ही ऐसी आयुर्वेदिक चीजें हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) को भी बेहतर बना सकती हैं. तनाव हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर (Weak Immune System) करने का काम करता है ऐसे में हमें इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ ऐसे अपनी मानसिक शांति पर भी ध्यान देना होगा.
कुछ जड़ू बूटियां ऐसी हैं इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ मानसिक शांति के लिए भी जानी जाती हैं. ये हर्ब्स इम्यूनिटी के लिए आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies) साबित हो सकती हैं. साथ ये जड़ू बूटियां सर्दी-खांसी, जुकाम, कब्ज जैसी कई परेशानियों से राहत दिलाने में फायदेमंद हो सकती हैं. यहां ऐसी 10 हर्ब्स के बारे में बताया गया है जो ज्यादातर स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिला सकती हैं.
स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी के साथ मानसिक शांति के लिए ये चीजें हैं कमाल | These Things Are Amazing For Mental Peace With Strong Immunity
1. दालचीनी
दालचीनी का सेवन कर कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है. दालचीनी का इस्तेमाल इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए भी किया जा सकता है. दालचीनी कई एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंट बैक्टीरियल गुण होते हैं जो स्वास्थ्य को कई समस्याओं से बचाने में सहायक हो सकते हैं. दालचीनी का इस्तेमाल काढ़ा, चाय या पानी बनाने में किया जा सकता है.
2. लौंग
लौंग इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ एक अच्छी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल जड़ बूटी है. लौंग भी कई स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में मददगार हो सकती है. लौंग का सेवन मुंह के छालों को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है. दांत दर्द, मुंह में बदबू, सांस से संबंधित दिक्कत और गले में खराश होने पर लौंग काफी फायदा पहुंचा सकती है. लौंग खाने से हमें विटमिन-B के साथ कई प्रकार और पोषण मिल सकते हैं.
3. अदरक
अदरक में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो कई संक्रमक बीमारियों को दूर रखने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के काम करता है. अदर का सेवन कर सर्दी, खांसी से राहत पाई जा सकती है साथ ही अदरक शरीर में सूजन से लड़ने के लिए भी जाना जाता है. अदरक का सेवन करने के कई तरीके हैं.
4. अश्वगंधा
यह आयुर्वेदिक औषधि कई रोगों से लड़ने के लिए जानी जाती है. साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए भी इस औषधी का सेवन किया जा सकता है. अश्वगंधा में जो कम्पाउंड होते हैं वे दिमाग को एक्टिव कर देते हैं. तो ऐसे में अगर आपको नींद न आने की दिक्कत है या आप इन्सोमनिया से परेशान हैं तो रात के समय अश्वगंधा खाने से बचें यह नींद में बेचैनी या नींद न आने की समस्या दे सकता है.
5. आंवला
आंवाल विटामिन सी का सबसे बेहतर स्रोत है. ये तो आप जानते हैं कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी कितना जरूरी है. साथ ही आंवले का सेवन कर मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है. आंवला बालों का झड़ना रोकने, स्किन प्रोब्लम्स को दूर करने के लिए भी जाना जाता है. रोजाना एक आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए.
6. तुलसी
तुलसी के फायदे सिर्फ सर्दी-जुकाम तक ही सीमित नहीं बल्कि इस औषधीय पौधे के और भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं. सुबह खाली पेट तुलसी का पानी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं. साथ ही तुलसी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में भी मदद कर सकती है. तुलसी सर्दी-जुकाम, बुखार, सूखा रोग, निमोनिया, कब्ज, जैसी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद हो सकती है.
7. लहसुन
लहसुन में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली का सेवन करने से कई फायदे हो सकते हैं. लहसुन विटामिन ए, बी, सी के साथ आयोडीन, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जा सकते हैं. लहसुन बालों और स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है.
8. एलोवेरा
औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा कई बीमारियों से लड़ने और हमारे स्वास्थ्य के लिए कमाल के फायदे देने वाला है. स्किन से लेकर, पाचन, ब्लड शुगर , डायबिटीज के लिए एलोवेरा लाजवाब साबित हो सकता है. एलोवेरा मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है. आप हफ्ते में एक बार एलोवेरा जूस पी सकते हैं.
9. गुडुची या गिलोय
इस समय सबसे ज्यादा बात गिलोय की ही हो रही है. गिलोय का सेवन कर इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है. गिलोय का सेवन करने के कई तरीके हैं. गिलोय स्वास्थ्य को कई फायदे दे सकता है. गिलोय मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए भी जानी जाता है. गिलोय का सेवन पानी में उबाल कर किया जा सकता है.
10. ग्रीन टी
ग्रीन टी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है. ग्रीन टी मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा दे सकती है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. ग्रीन टी कॉलेस्ट्रॉल नियंत्रित कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव करने में मदद कर सकती है. ग्रीन टी का सेवन कर स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV – Dettol Banega Swasth India campaign is an extension of the five-year-old Banega Swachh India initiative helmed by Campaign Ambassador Amitabh Bachchan. It aims to spread awareness about critical health issues facing the country. In wake of the current COVID-19 pandemic, the need for WASH (Water, Sanitation and Hygiene) is reaffirmed as handwashing is one of the ways to prevent Coronavirus infection and other diseases. The campaign highlights the importance of nutrition and healthcare for women and children to prevent maternal and child mortality, fight malnutrition, stunting, wasting, anaemia and disease prevention through vaccines. Importance of programmes like Public Distribution System (PDS), Mid-day Meal Scheme, POSHAN Abhiyan and the role of Aganwadis and ASHA workers are also covered. Only a Swachh or clean India where toilets are used and open defecation free (ODF) status achieved as part of the Swachh Bharat Abhiyan launched by Prime Minister Narendra Modi in 2014, can eradicate diseases like diahorrea and become a Swasth or healthy India. The campaign will continue to cover issues like air pollution, waste management, plastic ban, manual scavenging and sanitation workers and menstrual hygiene.