नई दिल्ली: राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत के सबसे लंबे समय तक चलने वाले पब्लिक हेल्थ कैंपेन में से एक के रूप में अपने 10वें साल में एंट्री करने के लिए बनेगा स्वस्थ भारत कैंपेन को बधाई दी. राष्ट्रपति मुर्मू ने कैंपेन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,
बनेगा स्वस्थ इंडिया हाइजीन और न्यूट्रीशन से संबंधित अपने कई प्रोग्रामों के साथ हजारों महिलाओं और बच्चों तक पहुंच चुका है. इस तरह की पहल से उनके ओवरऑल वेलबीइंग को पाने और वन वर्ल्ड हाइजीन का संदेश फैलाने में मदद मिलेगी.
राष्ट्रपति मुर्मू ने महात्मा गांधी को उनकी 154वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और स्वच्छता के महत्व पर उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश भी डाला.
पर्सनल, सोशल और आध्यात्मिक सुधार के लिए हमने महात्मा गांधी के जीवन और शिक्षाओं से कई सबक लिए हैं. लेकिन उन्होंने हाइजीन बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया. गांधीजी ने कहा था कि हाइजीन के अभाव में स्वराज सार्थक नहीं हो सकता.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि महात्मा गांधी स्वच्छता को मानसिक और शारीरिक कल्याण का अभिन्न अंग मानते थे.
उन्होंने कहा, ‘स्वच्छता ईश्वरीय भक्ति से बढ़कर है’, एक बुद्धिमान कहावत जो किसी व्यक्ति के जीवन में स्वच्छता के महत्व को दर्शाती है, अक्सर महात्मा गांधी द्वारा उद्धृत की गई थी.
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राष्ट्रपति मुर्मू ने महात्मा गांधी के जीवन की एक घटना का वर्णन करके पसर्नल हाइजीन बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला.
महात्मा गांधी ने एक बार कस्तूरबा गांधी से किसानों के बच्चों के लिए एक स्कूल खोलने का अनुरोध किया था. जब उनसे पूछा गया कि बच्चों को क्या पाठ पढ़ाया जाएगा, तो गांधीजी ने कहा कि शिक्षा का पहला पाठ हाइजीन है. उन्होंने कहा कि स्कूलों को बच्चों को बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए पर्सनल हाइजीन बनाए रखने के तरीकों के बारे में सिखाना चाहिए.
राष्ट्रपति ने कहा, बच्चों में स्वच्छता के मूल्यों को विकसित करना जरूरी है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि हेल्थ और हाइजीन के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने में मीडिया भी उतना ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने मीडिया संगठनों से उन राज्यों और शहरों के बारे में बताने का आग्रह किया, जिन्होंने हाइजीन और हेल्थ के लिए एक उदाहरण पेशन किया है, जैसे कि इंदौर, जिसने हाल ही में इंडिया स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2023 में ‘बेस्ट स्मार्ट सिटी’ के लिए टॉप स्थान हासिल किया है. उन्होंने कहा,
ऐसे उदाहरणों से जन जागरूकता बढ़ेगी.
स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम), स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छ भारत मिशन जैसे विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति लोगों की अटूट प्रतिबद्धता के चलते ये प्रोग्राम एक जन आंदोलन (जन आंदोलन) के रूप में विकसित हुए हैं.