अभियान के सीजन 8 का उद्देश्य 'वन हेल्थ, वन प्लैनेट, वन फ्यूचर - लीविंग नो वन बिहाइंड' (One Health, One Planet, One Future – Leaving No One Behind) पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंसान और पर्यावरण की एक दूसरे पर निर्भरता को उजागर करना है.
फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ अजैता शाह ने कहा कि कई महिलाएं अभी भी डिजिटल समाधान, हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर से नहीं जुड़ सकी हैं.
"जो कुछ पहले कहा गया था, वह आज भी ग्रामीण महिलाओं पर लागू होता है. वे डिजिटल समाधान, स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे से नहीं जुड़ सकी हैं. वे भारत में 7,500 गांवों में रहती हैं. महिलाओं के पास जितनी भी बाधाएं हैं, वो इन महिलाओं के पास भी है. ग्रामीण महिलाओं के लिए बुनियादी ढांचे की चुनौती है. राजधानी में इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने के कारण यहां पहुंचना मुश्किल है. 'सहेलियों' के साथ काम करने में दिलचस्प बात यह रही कि वे बदलाव के लिए तैयार हैं. वे स्वास्थ्य चैंपियन, सामाजिक प्रभावक बन गई हैं. वे कहती रही हैं, हमें आत्म-देखभाल से निपटने का अवसर दें. हम अंतर को पाट सकते हैं. हमारी सहेलियाँ स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं. 165 मिलियन महिलाएं इस समूह का हिस्सा हैं. ये महिलाएं कह रही हैं, मुझे उपकरण दो, मेरे पास तकनीक है."