नई दिल्ली: मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाने वाले निपाह वायरस के संक्रमण से 30 अगस्त के बाद से कोझिकोड जिले में तीन लोगों की मौत और दो नए केस सामने आने के बाद केरल सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों को कड़ा किया है.
निपाह वायरस के संक्रमण से जान गंवाने वाले तीन लोगों में दो वयस्क और एक नौ साल का लड़का शामिल है. बीमारी की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सात ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. जिला कलेक्टर ए गीता ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि जिन पंचायतों को कंटेनमेंट जोन (निषिद्ध क्षेत्र) घोषित किया गया है, उनमें अतानचेरी, मारुथोंकारा, तिरुवल्लूर, कुट्टियाडी, कयाक्कोडी, विल्यापल्ली और कविलुम्परा शामिल हैं.
निपाह वायरस क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार निपाह वायरस (एनआईवी) संक्रमण एक जूनोटिक बीमारी है, जो जानवरों से, दूषित भोजन के माध्यम से, या सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। एनआईवी के लिए पशु मेजबान फल खाने वाले चमगादड़ होते हैं. संक्रमित लोगों में यह वायरस स्पर्शोन्मुख (सबक्लिनिकल) संक्रमण से लेकर सांस संबंधी गंभीर समस्या और मस्तिष्क में सूजन जैसी कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है.
निपाह वायरस के मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए केरल सरकार की तरफ से जारी किए गए उपायों की सूची इस प्रकार है:
- अगली सूचना तक कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों को उस क्षेत्र के अंदर या बाहर यात्रा करने से प्रतिबंधित किया गया है. इसके पालन के लिए इलाकों की घेराबंदी के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है.
- लोगों को सामाजिक दूरी सानी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने, मास्क पहनने और सैनिटाइजर का उपयोग करने की सलाह दी गई है.
- आवश्यक वस्तुओं और दवा दुकानों को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की दुकानें बंद रहेंगी.
- आवश्यक सामान बेचने वाली दुकानें सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुलेंगी, जबकि फार्मेसी और स्वास्थ्य केंद्र हर समय खुले रहेंगे.
- स्थानीय सरकारी संस्थान और ग्राम कार्यालय कम से कम कर्मचारियों के साथ काम रहेंगे.
- शैक्षणिक संस्थान, बैंक, सरकारी या अर्ध-सरकारी संस्थान और आंगनबाड़ियों में कामकाज नहीं होगा.
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर कंटेनमेंट जोन से होकर आने-जाने वाली बसों या वाहनों को प्रभावित क्षेत्रों में नहीं रोका जाएगा.
- केरल स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी अस्पताल में भर्ती निपाह रोगियों के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से संपर्क किया है.
- साथ ही राज्य स्वास्थ्य विभाग ने रोगी देखभाल के लिए पीपीई किट, एन95 मास्क और चिकित्सा कर्मचारियों के लिए अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की है.
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कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के मामलों की पुष्टि होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से घबराने नहीं और एहतियात बरतने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा,
सभी को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और प्रतिबंधों को लागू करने में पूरा सहयोग करना चाहिए.
मंगलवार (13 सितंबर) को कोझिकोड में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि वायरस से संक्रमित लोगों में से एक नौ साल का लड़का था. पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में टेस्ट किए गए पांच नमूनों में से तीन में निपाह वायरस की पुष्टि हुई है.
जिस व्यक्ति की सोमवार को मृत्यु हो गई और नौ वर्षीय लड़के सहित इलाज करा रहे दो अन्य लोगों के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं. इस सप्ताह की शुरुआत में रिपोर्ट की गई दो मौतों का कारण अज्ञात था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया द्वारा विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम कोझिकोड भेजने के बाद कारण की पहचान की गई. मौतों के बाद केरल स्वास्थ्य विभाग ने कोझिकोड, कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है.
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केरल ने कोझीकोड में एक निपाह नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है, और नंबर्स इस प्रकार है:
- 0495 2383100
- 0495 2383101
- 0495 2384100
- 0495 2384101
- 0495 2386100
(न्यूज एजेंसी पीटीआई और एएनआई से इनपुट)