नई दिल्ली: रविवार, 25 दिसंबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम और 2022 के लिए “मन की बात” के लास्ट एडिशन के जरिए देश को संबोधित किया. कैंपेन, ‘स्वच्छ भारत मिशन’ 2014 में अपनी स्थापना के बाद से सफल रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि यह हर भारतीय मिशन के लिए समर्पित था.
‘स्वच्छ भारत मिशन’ आज हर भारतीय के मन में मजबूती से बस गया है. 2014 में शुरू होने के बाद से इस जन आंदोलन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए लोगों द्वारा कई अनोखे प्रयास किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि कम्युनिटी लेवल के साथ-साथ गवर्नमेंट लेवल पर प्रयास किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप वेस्ट, अनावश्यक वस्तुओं को हटाने के साथ-साथ ऑफिस में एक विस्तृत जगह बनाई गई है.
पहले जगह की कमी के कारण दूर-दराज के इलाकों में किराए पर ऑफिस चलाना पड़ता था. इन दिनों इस साफ-सफाई के कारण इतनी जगह मिल जाती है कि अब सारे ऑफिस एक जगह एकत्रित हो रहे हैं. पहले सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, शिलांग और कई शहरों में अपने ऑफिस में काफी कोशिशें की थीं और उसी के चलते आज उनके पास दो, तीन मंजिलें हैं, जो नए सिरे से पूरी तरह से उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि इस स्वच्छता के कारण ही हमें अपने संसाधनों के इष्टतम उपयोग का सबसे अच्छा अनुभव मिल रहा है.
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यह देखते हुए कि देश में COVID-19 मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, क्रिसमस के दिन बधाई देते हुए, पीएम मोदी ने लोगों से त्योहार मनाते समय सतर्क रहने का आग्रह किया. प्रधानमंत्री ने लोगों को सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करने और पहले बताई गई सावधानियों का पालन करने की सलाह दी, जैसे कि मास्क पहनना और हाथ धोना.
इन त्योहारों का खूब लुत्फ उठाएं, लेकिन थोड़ा सतर्क भी रहें. आप यह भी देख सकते हैं कि दुनिया भर के कई देशों में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है, इसलिए हमें मास्क और हाथ धोने जैसी अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए. अगर हम सावधान रहेंगे तो हम भी सुरक्षित रहेंगे और हमारे आनंद में कोई दिक्कत नहीं आएगी. इसी के साथ एक बार फिर आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं.
भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र ने पिछले कुछ वर्षों में सामना करने वाली चुनौतियों पर चर्चा करते हुए, पीएम मोदी ने फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं, चिकित्सा विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और नागरिकों के प्रयासों की सराहना की.
यह बताते हुए कि भारत देश से चेचक, पोलियो और ‘गिनी कीड़ा’ जैसी बीमारियों को कैसे मिटाने में सक्षम था, पीएम मोदी ने एक और चुनौती के बारे में बात की जो स्वास्थ्य क्षेत्र के सामने बड़ी चुनौती बना हुआ है वह है ‘काला अजार’, यह लीशमैनिया परजीवी के इंफेक्शन से होने वाली बीमारी है.
इसे ‘ब्लैक फीवर’ के रूप में भी जाना जाता है, काला अजार रेत की मक्खी के काटने से फैलता है और आंतरिक अंगों, जैसे कि लीवर और बोन मैरो को प्रभावित करता है.
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में बिहार और झारखंड के चार जिलों में यह बीमारी फैली हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि राज्य सरकारों और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से इस बीमारी को खत्म किया जा सकता है.
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