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जलवायु कार्रवाई के लिए COP26 में महाराष्ट्र को ‘प्रेरणादायक क्षेत्रीय नेतृत्व’ पुरस्कार

महाराष्ट्र को उसके जलवायु कार्रवाई प्रयासों के लिए स्कॉटलैंड में सीओपी-26 शिखर सम्मेलन के इतर अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी जलवायु समूह के अंडर 2 गठबंधन के लीडरशिप अवार्ड के तहत प्रेरक क्षेत्रीय नेतृत्व पुरस्कार मिला है. राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘हमारा मानना ​​है कि यह बिल्कुल सही समय है कि हम इस वैश्विक मुद्दे पर काम करने के लिए सामूहिक प्रयास करें और सार्थक कार्रवाई करें, जिसमें भूगोल, नस्ल, राष्ट्रीयता या लिंग की कोई सीमा नहीं है.’’

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Maharashtra Bags ‘Inspiring Regional Leadership’ Award At COP26 For Climate Action
पुरस्कार समारोह ग्लासगो में सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन के बीच आयोजित किया गया था
Highlights
  • अंडर 2 गठबंधन के लीडरशिप अवार्ड के तहत महाराष्ट्र को प्रेरक क्षेत्रीय नेतृत
  • महाराष्ट्र को उसके जलवायु कार्रवाई प्रयासों के लिए मिला पुरुस्कार
  • स्कॉटलैंड में सीओपी-26 शिखर सम्मेलन के इतर मिला है पुरुस्कार

महाराष्ट्र को उसके जलवायु कार्रवाई प्रयासों के लिए स्कॉटलैंड में सीओपी-26 शिखर सम्मेलन के इतर अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी जलवायु समूह के अंडर 2 गठबंधन के लीडरशिप अवार्ड के तहत प्रेरक क्षेत्रीय नेतृत्व पुरस्कार मिला है. राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार शाम स्कॉटलैंड के स्टर्लिंग कैसल में पुरस्कार प्राप्त किया. उन्होंने वहां सतत विकास को प्राथमिकता देने वाली महाराष्ट्र की नीतियों और अभियानों पर प्रकाश डाला. ठाकरे ने कहा, ‘‘हमारा मानना ​​है कि यह बिल्कुल सही समय है कि हम इस वैश्विक मुद्दे पर काम करने के लिए सामूहिक प्रयास करें और सार्थक कार्रवाई करें, जिसमें भूगोल, नस्ल, राष्ट्रीयता या लिंग की कोई सीमा नहीं है.’’

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उन्होंने कहा,

जलवायु कार्रवाई के लिए हमारे दिल से जारी योगदान के लिए अंडर 2 गठबंधन द्वारा मान्यता प्राप्त होने पर हमें वास्तव में खुशी है.

अंडर 2 गठबंधन जलवायु कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध राज्यों और क्षेत्रों के सबसे बड़े वैश्विक नेटवर्क में से एक है, जिसका पुरस्कार समारोह ग्लासगो में सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन के बीच आयोजित किया गया था.

ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा को रचनात्मक जलवायु हल के लिए सम्मानित किया गया, क्यूबेक, कनाडा को जलवायु साझेदारी श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त हुआ. महाराष्ट्र ने अपने नामांकन में राज्य को 720 किलोमीटर लंबी जोखिम वाली तटरेखा के साथ भारत के सबसे औद्योगिक राज्यों में से एक बताया. उसने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे बहुत कम समय के भीतर इस पश्चिमी भारतीय राज्य ने नीति-निर्माण में जलवायु लचीलापन को शामिल करना जरूरी समझा और नयी परियोजनाएं, नीतियां और अभियान शुरू किये.

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राज्य सरकार का दावा है कि वह महाराष्ट्र में जलवायु कार्रवाई की संस्कृति बनाने में सफल रही है. उसने कहा कि पिछले साल के दौरान जलवायु संबंधी आपदाओं के कारण 2 अरब अमरीकी डालर का खर्च वहन करना पड़ा. राज्य के पर्यावरण मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है,

माझी वसुंधरा’ या ‘मेरी धरती’ के माध्यम से स्थानीय और क्षेत्रीय भागीदारी सफलतापूर्वक हासिल की गई थी. यह जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करने वाली दुनिया का एकमात्र समग्र राज्यव्यापी कार्यक्रम है.

‘माझी वसुंधरा’ अभियान को इसके दूसरे साल में महाराष्ट्र की पूरी आबादी को शामिल करने के लिए सभी स्थानीय निकायों तक ले जाया गया है.’’ इसमें कहा गया है,

इसी तरह, महाराष्ट्र में जलवायु कार्य को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक भागीदारी गति हासिल कर रही है और राज्य यूनाइटेड नेशन टू जीरो इनिशिएटिव के साथ साझेदारी कर रहा है और वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए सी40 शहरों की पहल में शामिल हो गया है.’

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ठाकरे ने सोमवार को अंडर 2 महासभा में दुनिया भर की 260 राज्य सरकारों को संबोधित किया और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला. उन्होंने 2070 तक भारत को नेट ज़ीरो बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा के साथ संरेखित करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने कहा कि भारत के सबसे विकसित राज्य के रूप में, महाराष्ट्र कार्बन न्यूट्रल होने की समयसीमा पर अपेक्षाओं को पार करने की योजना बना रहा है.

(हेडलाइन के अलावा इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है.)

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